महानदी अपवाह तंत्र
महानदी अपवाह तंत्र मध्य प्रदेश का सबसे छोटा अपवाह तंत्र है, जिसका राज्य में कुल अपवाह क्षेत्र 154 वर्ग किमी. है। अनूपपुर जिले में हंसदो नदी इसके अपवाह क्षेत्र में सम्मिलित है।
महानदी एक अनुवर्ती नदी है। यह नदी छत्तीसगढ़ में स्थित सिहोवा के समीप अमरकंटक पहाड़ी से निकलकर पूर्व दिशा की ओर प्रवाहित होती हुई पाराद्वीप (ओडिशा) के समीप बंगाल की खाड़ी में गिरती है। इस नदी की अपवाह द्रोणी का 53% भाग मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ में तथा 47% भाग ओडिशा में विस्तृत है। इसके निचले भाग में नौसंचालन भी होता है।
शिवनाथ, हंसदो, मांड तथा इब इसके बायीं ओर की, जबकि जोंक, लोंग तथा तेल इसकी दायीं ओर की प्रमुख सहायक नदियाँ हैं।
शिवना नदी
शिवना नदी राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले के अरनोद तहसील में स्थित शिवना नामक ग्राम से निकलती है। सोमली, रेतम तथा गीड़ इसकी प्रमुख सहायक नदियाँ हैं। इस नदी पर चोसला बाँध निर्मित किया गया है। मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में इसी नदी के तट पर भगवान पशुपतिनाथ मंदिर तथा तापेश्वर मंदिर स्थित हैं।
समूली नदी
समूली नदी मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के दक्षिण में स्थित खोड़ाना के समीप से निकलती है, जो सेमलिया, फतेहगढ़ से प्रवाहित होती हुई दमदम (मंदसौर) के समीप शिवना नदी में मिल जाती है।
असर नदी
अंसर नदी मध्य प्रदेश के मंदसौर के शामगढ़ के समीप स्थित ग्राम जमुनिया के समीप उद्गमित होती है, जो गरोठ के पश्चिमी भाग से प्रवाहित होती रेहला गाँव के समीप गांधी सागर जलाशय में मिल जाती है।
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